समीक्षा बैठक में जिला पदाधिकारी ने कहा कि शिक्षा क्षेत्र में विद्यालयों का निरीक्षण अध्यापकों के ऑनलाइन उपस्थिति आदि एवं शिक्षा के आधारभूत संरचना का सतत निरीक्षण किया जाए।अधिकारी द्वारा जांच किए गए रिपोर्ट को शिक्षा विभाग के पोर्टल पर हर हाल में अपलोड करना सुनिश्चित करें। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की उपलब्धता की दिशा में गंभीर प्रयास करें। संसाधनों की उपलब्धता को लेकर जो कार्य किए जा रहे हैं उसका सतत अनुश्रवण किया जाए। कार्य गुणवत्तापूर्ण एवं विहित विशिष्टियों तथा तय मानकों के अनुरूप हो। कार्य में कोताही पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। वहीं जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि विद्यालयों में प्राथमिकता के आधार पर भौतिक सुविधाओं का निर्माण कराए जाने हेतु प्रत्येक प्रखंड से विद्यालयों को चिन्हित किया गया है ।इस प्रकार 17 प्रखंड के 255 विद्यालयों निर्माण कार्य कराए जायेंगे।शौचालय मरम्मती, शौचालय निर्माण, पेयजल ,विद्युतीकरण, बृहद मरम्मती/जिर्णोधार ,चहारदीवारी निर्माण एवं अतिरिक्त वर्ग कक्ष इत्यादि से संबंधित कुल 2347 योजनाओं का चयन किया गया है जिसमें कुल राशि 10528. 358 लाख होगा।इस हेतु इस कार्य को करने हेतु एजेंसी चयन की प्रक्रिया की जा रही है। तत्पश्चात उन्हें कार्यादेश निर्गत करते हुए टेंडर की प्रक्रिया होगी और उसके बाद निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि निर्माण कार्य का सतत अनुश्रवण किया जाए और सभी योजनाएं हर हाल में 31 मार्च 2025 तक पूर्ण हो जाना चाहिए। बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी,सभी कार्यक्रम पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क अधिकारी ,सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।